SWP- बुढ़ापे पर हर महीने मोटी इनकम देने वाला प्‍लान, आप भी जानें और उठाएं इसका फायदा

SWP- बुढ़ापे पर हर महीने मोटी इनकम देने वाला प्‍लान, आप भी जानें और उठाएं इसका फायदा

SYSTEMATIC WITHDRAWAL PLAN 

SIP के बारे में तो आपने खूब सुना होगा, लेकिन SWP यानी Systematic Withdrawal Plan के बारे में शायद न जानते हों. यहां जानिए कि कैसे इस प्‍लान से आप बुढ़ापे पर हर महीने कमाई कर सकते हैं.

बुढ़ापे से एक न एक दिन सभी को गुजरना होता है. उस समय यंगस्‍टर्स की तरह मेहनत करके कमाने की ताकत और एनर्जी शरीर में नहीं होती है. इसलिए जरूरी है कि ओल्‍ड एज में हमारे पास इनकम का ऐसा जरिया हो, जिससे बुढ़ापे को चैन से गुजारा जा सके. इसका सही तरीका है निवेश. अगर हम आज से ही म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करना शुरू कर दें तो बुढ़ापे पर मोटी रकम जमा करने के साथ रेगुलर इनकम भी हासिल कर सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कैसे !

SWP के जरिए होती है मासिक इनकम

SIP के बारे में तो आपने खूब सुना होगा, लेकिन SWP यानी Systematic Withdrawal Plan के बारे में शायद न जानते हों. SWP एक ऐसा इन्‍वेस्‍टमेंट है जिसके तहत निवेशक को म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम से एक तय राशि मासिक रूप से मिलती है. कितने समय में कितना पैसा निकालना है, ये ऑप्‍शन निवेशक के पास होता है. वो इस राशि को मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना, जैसे चाहें ले सकते हैं. वैसे मंथली ऑप्शन (Regular Monthly Income) ज्यादा लोकप्रिय है. 

कैसे करें इसकी शुरुआत

SWP की शुरुआत कभी भी की जा सकती है. अगर किसी स्कीम में निवेश कर रहे हैं तो आप उसमें SWP विकल्प को एक्टिवेट कर सकते हैं. कभी भी रेगुलर कैश फ्लो की जरूरत के लिए इसे शुरू किया जा सकता है. SWP एक्टिवेट करने के लिए आपको फोलियो नंबर, विद्ड्रॉल की फ्रीक्वेंसी, पहली निकासी की तारीख, पैसे प्राप्त करने वाले बैंक अकाउंट को बताते हुए एएमसी में इंस्ट्रक्शन स्लिप भरना होगा.

इनकम का गणित

अगर आप 5000 रुपए मासिक देकर एसआईपी शुरू करते हैं और 20 साल का प्‍लान लेते हैं, तो इसमें 12 प्रतिशत रिटर्न के हिसाब से करीब 50 लाख रुपए बनेंगे. अगर आप इन 50 लाख रुपए को SWP के लिए अलग-अलग प्‍लान में डालते हैं तो आपको 8.5 प्रतिशत का अनुमानित रिटर्न मिल सकता है, जो 4.25 लाख रुपए होगा. इस हिसाब से 4.25/12= 35417 रुपए मासिक इनकम के तौर पर मिलेंगे. आप चाहें तो मंथली, तिमाही और सालाना आधार पर निकाल सकते हैं. ये आपको तय करना है कि पैसा कब चाहिए.

SWP और SIP में फर्क?

SIP में हर महीने निर्धारित राशि आपके खाते से कट जाती है. खाते से कटी राशि म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए जाती है. SWP में निर्धारित राशि आपके बैंक खाते में आ जाती है. SWP की राशि म्यूचुअल फंड यूनिट्स बिकने से आपको मिलती है. फंड में पैसे खत्म हुए तो SWP बंद हो जाएगा.

SWP के फायदे

ज़रूरत में मुताबिक निवेशक राशि चुन सकते हैं.
बाज़ार में निवेश रहने से अच्छे रिटर्न की उम्मीद.
महंगाई को मात देने के लिए अच्छा विकल्प.
बाज़ार में उतार-चढ़ाव को झेल सकता है.

SWP में ये सावधानियां बरतना बहुत जरूरी 

SWP कभी भी इक्विटी म्यूचुअल फंड से ना चलाएं.
बाज़ार गिरने पर आपके फंड पर असर पड़ता है.
निर्धारित राशि के लिए ज्यादा यूनिट्स बेचने पड़ेंगे.
ऐसा करने से पोर्टफोलियो बहुत जल्दी खत्म हो जाएगा. 
SWP के लिए डेट/लिक्विड फंड्स बेहतर विकल्प.



Sources : Zeebiz 

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